
लखनऊ वालों ने साबित कर दिया कि अगर त्यौहार हो तो जेब देखना गुनाह है। इस बार धनतेरस पर सोने का रेट ₹1,32,075/10 ग्राम और चांदी ₹1,73,000/किलो रही, फिर भी लोगों ने मानो बैंकों की तिजोरी खाली कर दी।
561 करोड़ की चमक: पिछली बार से 10% ज्यादा
पिछले साल जहां कुल कारोबार ₹510 करोड़ था, इस बार सीधे ₹561 करोड़! “लोग रेट नहीं, रिवाज देखते हैं!”
जूलरी नहीं, जुगाड़ बिके
लाइटवेट जूलरी, 2 ग्राम की अंगूठी, 10 ग्राम के चांदी सिक्के और 999 प्योरिटी वाली लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की धूम रही। सिर्फ जूलरी नहीं, रणनीति बिकी – कम मेकिंग चार्ज वाला कच्चा सोना-चांदी भी बेस्टसेलर बना।
डायमंड भी हुआ आम
इस बार डायमंड जूलरी भी जनता की पहुंच में रही। ₹1 लाख की बजट में जहां पहले सिर्फ सोने का सेट मिलता था, अब शाइनिंग डायमंड सेट भी साथ आया।
मिडल क्लास ने बोला – सोना हुआ सीनियर, डायमंड बना डार्लिंग।

पुराना रेट Vs नया रेट
मेटल | 2024 रेट (10g/1kg) | 2025 रेट (10g/1kg) | बिक्री में उछाल |
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सोना | ₹81,900 | ₹1,32,075 | ₹400 Cr ➜ ₹440 Cr |
चांदी | ₹1,01,000 | ₹1,73,000 | ₹110 Cr ➜ ₹121 Cr |
“नई खेप” आई, तो ग्राहक छेपी नहीं
बीच में चांदी की कमी से जो लोग टेंशन में थे, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब नई खेप बाजार में आई।
Top ट्रेंड्स इस धनतेरस:
- 15 कैरेट गोल्ड की बंपर बिक्री
- चांदी की इटैलियन डिज़ाइन वाली जूलरी
- 11.75 ग्राम वाले पुराने चांदी सिक्कों की डिमांड
- डायमंड सेट्स की सेल में 20% उछाल
- मेकिंग चार्ज बचाने वालों ने कच्चा माल चुना
सराफा बाजार का अनुमान है कि शादी-ब्याह के सीजन में चांदी ₹2 लाख/kg और सोना ₹1.5 लाख/10g तक पहुंच सकता है।
यानि, जिसने इस धनतेरस खरीदा, वो ‘लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप’ में है प्रॉफिट से।
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